शरीद कैप्टन करमजीत सिंह बक्शी का गुरुवार को अंतिम संस्कार होना है. जुलू पार्क स्थित उनके घर से मुक्ति धाम तक शव यात्रा निकाली जाएगी.

- शहीद कैप्टन करमजीत की शव यात्रा गुरुवार को निकलेगी
- शव यात्रा के दौरान ट्रैफिक नियमों में बदलाव किए गए हैं
- पीडब्लूडी चौक से पीटीसी चौक तक वाहनों का प्रवेश वर्जित रहेगा
हजारीबाग. हजारीबाग के बेटे कैप्टन करमजीत सिंह बक्शी मंगलवार को जम्मू-कश्मीर में देश की सेवा करते हुए शहीद हो गए. बुधवार को उनका शव जुलू पार्क स्थित उनके घर पर लाया गया. गुरुवार को उनका अंतिम संस्कार मुक्ति धाम में किया जाएगा. शव यात्रा के दौरान सड़कों पर ट्रैफिक सुचारू रूप से चलता है, इसके लिए यातायात नियम में कुछ बदलाव किए गए हैं.
जानें शव यात्रा का रूट
शहीद कैप्टन करमजीत सिंह बक्शी का पार्थिव शरीर शहर के भारत माता चौक के पास जुलू पार्क के पास स्थित घर से पुराना बस स्टेण्ड, बुढवा महादेव, आनन्दा चौक से गुरू गोविन्द सिंह रोड़ होकर पैगौडा चौक, झण्डा चौक, ग्वालटोली चौक, खिरगाँव रोड होकर अंतिम संस्कार मुक्ति धाम ले जाया जाएगा.
यातायात नियम में बदलाव
पीडब्लूडी चौक से पीटीसी चौक की ओर सभी प्रकार के वाहन प्रवेश वर्जित रहेंगे. इसके अलावा चर्च मोड़ से पीडब्लूडी चौक, देवी रेस्ट हाउस रोड़ से बुढवा माहादेव चौक तक, आनन्दा चौक से बुढवा माहादेव चौक तक, आनन्दा चौक से कांग्रेस मोड़ होकर पैगौडा चौक तक, खज्जा चौक (भगत सिंह) कांग्रेस मोड़, वंशीलाल से गडीखाना की ओर से सभी गाड़ियों पर रोक है.
वहीं, कालीबाड़ी चौक से आनन्दा चौक की ओर सभी प्रकार के वाहन प्रवेश वर्जित रहेगा. इसके अलावा पोस्ट ऑफिस चौक से पुराना बस स्टैंड तक कार्यक्रम के दौरान बस का आवागमन पर रोक लगाया गया है. वहीं कांग्रेस ऑफिस मैदान और कॉलेज ग्राउंड मैदान में पार्किंग स्थल बनाया गया है.
5 अप्रैल को होनी थी शादी
बता दें कि जम्मू-कश्मीर के अखनूर सेक्टर में लाइन ऑफ कंट्रोल (एलओसी) के पास मंगलवार को हुए आईईडी धमाके में सेना के कैप्टन करमजीत सिंह बक्शी समेत दो जवान शहीद हो गए. वहीं एक जवान घायल है. उनकी उम्र अभी महज 28 साल थी. वे अजिनदर सिंह बक्शी और नीलू बक्शी के एकलौते पुत्र थे. 5 अप्रैल को उनकी शादी होनी थी.