पाकिस्तान से तनाव के बीच बांग्लादेश ने की बड़ी जुर्रत! नॉर्थ ईस्ट इंडिया पर ठोका दावा, आखिर कहां से आई इतनी हिम्मत?
पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ लगातार कड़ी कार्रवाइयों का सिलसिला शुरू कर दिया है, जिससे आतंकवाद खात्मा किया जा सके। पाकिस्तान को आशंका है कि भारत किसी भी समय उस पर हमला कर सकता है।

जिसको लेकर पाकिस्तान में चिंता का माहौल है। इस बढ़ते तनाव के बीच बांग्लादेश की ओर से भी भड़काऊ बयान सामने आए हैं। मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार के एक अधिकारी और एक सेवानिवृत्त बांग्लादेशी मेजर जनरल ने ऐसे बयान दिए हैं, जिनसे विवाद के नए जड़ को खड़ा कर दिया है।
बांग्लादेशी सेवानिवृत्त मेजर जनरल ए.एल.एम. फजलुर रहमान ने कहा है कि यदि पाकिस्तान भारत पर हमला करता है, तो बांग्लादेश को भारत के पूर्वोत्तर के सात राज्यों पर कब्जा कर लेना चाहिए। यह बयान उन्होंने उस समय दिया जब वे 2009 के बांग्लादेश राइफल्स (बीडीआर) हत्याकांड की जांच कर रहे राष्ट्रीय स्वतंत्र जांच आयोग के अध्यक्ष के रूप में कार्यरत हैं। रहमान ने फेसबुक पर बंगाली भाषा में कहा कि यदि भारत, पाकिस्तान पर हमला करता है, तो बांग्लादेश को पूर्वोत्तर भारत के सात राज्यों पर कब्जा कर लेना चाहिए।
दोनों देशों के संबंधों में एक बार फिर तनाव
उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि इस दिशा में चीन के साथ संयुक्त सैन्य सहयोग की चर्चा शुरू करना जरूरी है। रहमान की इस टिप्पणी से भारत और बांग्लादेश के बीच संबंधों में और एक बार फिर तनाव उत्पन्न हो सकता है। इससे पहले अभी पिछले महीने मुहम्मद यूनुस ने चीनी अधिकारियों के साथ एक बैठक में कहा था कि बांग्लादेश ही दक्षिण एशिया का असली प्रवेश द्वार है।
वर्ष 2001 में बांग्लादेश और भारत की सीमा पर हुई झड़पों के दौरान बीएसएफ के 16 जवान शहीद हो गए थे, और उस वक्त फजलुर रहमान बांग्लादेश बॉर्डर गार्ड्स (बीडीआर) के प्रमुख थे। अब उन्हें सर्वोच्च न्यायालय के अपीलीय विभाग के न्यायाधीश के समकक्ष दर्जा प्रदान किया गया है। सेवानिवृत्त सैन्य अधिकारी रहमान ने 2009 के पिलखाना हत्याकांड में विदेशी षड्यंत्र का पर्दाफाश करने की कसम खाई है। उनका कहना है कि इस विद्रोह की जांच ने एक गहरी और सुनियोजित साजिश का खुलासा किया है।
मोहम्मद यूनुस के करीबी है फजलुर रहमान
फजलुर रहमान को मोहम्मद यूनुस की अगुवाई वाली अंतरिम सरकार का नजदीकी सहयोगी माना जाता है। इसी करीबी संबंध के चलते मोहम्मद यूनुस ने उन्हें राष्ट्रीय स्वतंत्र जांच आयोग का प्रमुख नियुक्त किया गया। ये सारे विवादास्पद बयान ऐसे समय में आ रहे हैं जब पिछले साल अगस्त में पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को सत्ता से हटाए जाने के बाद बांग्लादेश में नई सरकार का गठन हुआ।